रांची, नवम्बर 5 -- रातू, प्रतिनिधि। आदिवासी सशक्त होगा तो भारत आत्मनिर्भर होगा। केवल झारखंड राज्य बनने से आदिवासी समाज की आकांक्षाएं पूरी नहीं हुई हैं। जब तक आदिवासी समाज जागरूक और एकजुट नहीं होगा, तब तक वास्तविक विकास संभव नहीं है। यह विचार आदिवासी विकास परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवशंकर उरांव ने आदिवासी बाल विकास विद्यालय, रातू में बुधवार को आयोजित कार्तिक उरांव की 101वीं जयंती समारोह में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि कार्तिक उरांव आदिवासी समाज के सच्चे हितैषी थे, जिन्होंने संघर्षों के बीच शिक्षा, सम्मान और विकास का मार्ग प्रशस्त किया। उन्होंने धर्म परिवर्तन को आदिवासी समाज के लिए घातक बताते हुए इसे रोकने के लिए सामूहिक प्रयास करने की अपील की। आदिवासी संस्कृति को करना होगा संरक्षित : सोनी कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ब्लू फाउंडेशन रांची के च...