दुमका, नवम्बर 27 -- शिकारीपाड़ा, प्रतिनिधि। सरसडंगाल मे कराम पूजा को लेकर आदिवासी समुदाय की ओर से कराम मेला आयोजित की गई। सरसडंगाल मांझी थान में कराम गुरु द्वारा दिनभर उपवास में रही महिलाएं धान, धुब घांस, चौड़ा, अगरबत्ती फुल जल अर्पित कर पूजा-अर्चना की गई। हर तीन वर्ष के अंतराल मे इस कराम पूजा व मेला का आयोजन ग्रामीणों द्वारा पूरी भव्यता के साथ की जाती है। आदिवासी समाज के लोग अपनी पारंपरिक वेशभूषा धोती कुर्ता, साड़ी पंछी पगड़ी पहनावे के साथ सांस्कृतिक सभ्यता, कराम पूजा ग्रामीणों के लिए आकर्षण का केंद्र बनती है। दुरदराज से भारी संख्या में पहुंचे कराम धरम भक्तों का पारंपरिक वेशभूषा के साथ पारंपरिक नृत्य संगीत मे मांदर ढोल की थाप व सिटी के गूंज पूरे गांव में भक्ति भाव को बिखेर दी है। शिकारीपाड़ा, काठीकुंड, दुमका, पाकुड़िया,पश्चिम बंगाल के सटे...