घाटशिला, दिसम्बर 18 -- घाटशिला।चाकुलिया प्रखंड अंतर्गत अंधेरिया गांव में रून्डा संक्रांति के अवसर पर आयोजित दो दिवसीय आदिवासी मेला के अंतिम दिन मेला के संरक्षक सह मुख्य अतिथी समाजसेवी डॉ सुनीता देबदुत सोरेन पहुंची । मेला का मुख्य आकर्षण पारंपरिक नृत्य प्रतियोगिता रहा। नृत्य प्रतियोगिता के विजेता को उन्होंने सम्मानित किया। मौके पर मौजूद मेला के संरक्षक सह मुख्य अतिथी डॉ सुनीता देबदुत सोरेन ने कहा कि आदिवासी समाज ने सदियों से प्रकृति, श्रम और सामूहिकता के सहारे अपनी पहचान बनाए रखी है। आज आवश्यकता है कि हमारा समाज शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और संगठन के क्षेत्र में और अधिक सशक्त होकर आगे बढ़े। हमें आत्ममंथन करते हुए अपनी उन आंतरिक विसंगतियों, कुरीतियों और रूढ़ियों को त्यागना होगा जो हमारी प्रगति में बाधक हैं।समय की मांग है कि आदिवासी समाज अंधव...