लोहरदगा, अगस्त 25 -- लोहरदगा,संवाददाता। करमा पूर्व संध्या सांस्कृतिक समारोह एवं पूजा को लेकर रविवार को केंद्रीय सरना समिति लोहरदगा की विशेष बैठक रघु उरांव की अध्यक्षता में बीएस कॉलेज परिसर में हुई। कार्यक्रम के सुचारू संचालन के लिए उप-समितियां बनायी गईं। समिति के मुख्य संरक्षक मणि उरांव कहा कि आदिवासियों के नृत्य संगीत में ही उनका इतिहास अभिव्यक्त होता है। ऐतिहासिक परंपरा, प्राकृतिक धरोहर पेड़ पौधे, नदी-नाला, सूरज, पृथ्वी सभी को समझने की जरूरत है ताकि सृष्टि बच सके। आदिवासी समाज का दुश्मन नशा है, इसे त्यागने की जरूरत है। वक्ताओं ने अपने विचार रखते हुएसांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रतिभागियों से कहा कि अपने परंपरागत वाद्य यंत्र, नृत्य संगीत को लेकर आएं। अपने परंपरागत पुरखों की धरोहर को बचाकर रखें। ताकि आदिवासी परंपरा बच सके और आन...