रांची, अक्टूबर 4 -- मांडर, प्रतिनिधि। आठ और नौ अक्तूबर को लगनेवाले ऐतिहासिक मुड़मा जतरा की तैयारी का जायजा लेने शनिवार को आदिवासी कल्याण मंत्री चमरा लिंडा मुड़मा पहुंचे। उन्होंने समिति के लोगों से जतरा के सफल संचालन की जानकारी ली। समिति द्वारा उन्हें सरकार की ओर से मिलनेवाली राशि को बड़े जतरा संचालन के लिए अपर्याप्त बताने पर मंत्री ने कहा कि जतरा के सफल संचालन के लिए जितनी राशि की जरूरत होगी उसे मैं अपने विभाग से दूंगा और यदि विभाग से नहीं हुआ तो मैं अपनी जेब से दूंगा, परंतु जतरा की भव्यता में कोई कमी नहीं आने दूंगा। इस जतरा का इतिहास काफी पुराना रहा है, यहां साल में एक बार लोग अपने पारंपरिक प्रतीक चिह्नों के साथ जतरा खूंटा शक्ति स्थल पर पहुंचते हैं शक्ति स्थल की परिक्रमा कर नाचगान करते हैं इससे आदिवासी परंपरा और संस्कृति जीवंत होती है। आज ...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.