रांची, जून 8 -- रांची, हिंदुस्तान ब्यूरो। भाकपा (माले) के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा है कि देश में आज आदिवासियों की जमीन की लूट एक संगठित प्रक्रिया बन गई है। सरकारें कॉरपोरेट परस्त नीतियों के तहत सीएनटी-एसपीटी जैसे कानूनी संरक्षणों को निष्प्रभावी बना रही हैं। खनिजों की लूट और वन क्षेत्रों पर अतिक्रमण को विकास के नाम पर जायज ठहराया जा रहा है। जो भी इस लूट के खिलाफ आवाज उठाते हैं, उन्हें दमन, गिरफ्तारी और फर्जी मुकदमों का सामना करना पड़ता है। विचारों को बलपूर्वक खत्म करने की यह कोशिश फासीवादी है और हम इसका प्रतिरोध करेंगे। वे आदिवासी संघर्ष मोर्चा की दो दिवसीय राष्ट्रीय परिषद की रविवार को हुई बैठक को संबोधित कर रहे थे। यह बैठक एसडीसी हॉल, रांची में आयोजित की गई। बता दें कि बैठक में देशभर से आए आदिवासी, सामाजिक व राजनीतिक कार्यकर्ता भा...