जमशेदपुर, नवम्बर 2 -- झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने राज्य में आदिवासियों की जमीन और जनसंख्या संरचना (डेमोग्राफी) को लेकर गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने आरोप लगाया कि झारखंड में विशेष समुदाय के लोग संगठित रूप से आदिवासियों की जमीन पर कब्जा जमा रहे हैं, जिससे राज्य की सामाजिक बनावट तेजी से बदल रही है। शनिवार को कदमा स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए चंपाई सोरेन ने कहा कि झारखंड सरकार आदिवासियों की नहीं, बल्कि आदिवासी विरोधी सरकार बन चुकी है। उन्होंने कहा कि साहिबगंज, दुमका, गोड्डा और जामताड़ा जैसे जिलों में विशेष समुदाय की जनसंख्या इतनी तेजी से बढ़ रही है कि अब आदिवासी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। भोगनाडीह जैसे ऐतिहासिक स्थलों की डेमोग्राफी भी बदल चुकी है। पूर्व मुख्यमंत्री ने शिक्षा व्यवस्था की बदहाली पर भी सवाल उठ...