आदित्यपुर, सितम्बर 2 -- आदित्यपुर, संवाददाता। सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोतरी करने और संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के प्रयास का दावा कर रही है। इसके लिए ही ममता वाहन की शुरुआत की गई थी, लेकिन सारी व्यवस्थाएं उस वक्त ध्वस्त हो जाती हैं, जब गर्भवती महिलाओं को कोई लाभ नहीं मिल पाता। सरायकेला-खरसावां जिला के आदित्यपुर में सोमवार को मानवता को झकझोर देने वाला ऐसा ही एक मामला सामने आया। यहां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) के बाहर ही प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला ने बच्ची को जन्म दिया। प्रसव पीड़ा से कराहती तुलसी सिंह नामक गर्भवती महिला (पति अजय सिंह) ने पीएचसी गेट के भीतर प्रवेश किया, लेकिन अस्पताल के कर्मचारियों द्वारा महिला को भर्ती करने की बजाय टालमटोल किया जाने लगा। दूसरे चिकित्सा संस्थान जाने तक की सलाह दे दी गयी। महिला अस्पताल के...