बागपत, जुलाई 17 -- नगर के कौशल भवन सभागार में बुधवार को धर्म सभा आयोजित की गई। जिसमें संत 108 नयन सागर आत्मा की निर्मलता का विस्तार पूर्वक महत्व बताया। जिसे सुनने के लिए सभागार में बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति रही। जैन मुनि ने कहा कि आत्मा जागरण सर्वश्रेष्ठ जागरण है। अगर एक बार आपकी आत्मा का जागरण हो गया तो आपके जीवन में सब कुछ बदल जाएगा। गलत को गलत स्वीकार करना सबसे बड़ा जागरण है। व्यक्ति को अपनी आत्मा को पहचानना जरूरी है। रास्ते मत बदलो खुद को बदलना जरूरी है। तुम्हें अगर जागना है तो विनम्रता धारण करनी होगी। कौन क्या कर रहा है उसे मतलब नहीं रखो, आप क्या कर रहे हो केवल उसे पर ध्यान रखो। आयोजकों ने बताया कि आज अतिथि भवन में प्रात: शांति विधान होगा और आचार्य श्री का प्रवचन भी अतिथि भवन में ही होगा। धर्म सभा में प्रवीण जैन, मनोज जैन, मनोज...