लखनऊ, अप्रैल 19 -- आतंकवादी संगठनों से संबंध होने का भय दिखाकर रिटायर एचएएल कर्मी को साइबर ठगों ने करीब दो घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रखा और 23 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए। धमकी देने के लिए जालसाजों ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताया। झांसा दिया कि जांच के एक घंटा बाद रुपये वृद्ध के खाते में वापस आ जाएंगे। एक दिन इंतजार करने के बाद भी रुपये खाते में वापस नहीं हुए तो पीड़ित ने साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कराया। इन्दिरानगर सेक्टर-19 निवासी राजेश कुमार कुरील एचएएल से रिटायर हैं। 16 अप्रैल की सुबह अनजान नम्बर से कॉल आई। फोन करने वाले ने कहा कि राजेश के आधार कार्ड के जरिए बैंक ऑफ बड़ौदा में एक अकाउंट खोला गया है। उसका इस्तेमाल कर आतंकवादी संगठनों को फंडिंग हो रही है। यह बात सुन कर राजेश घबरा गए। उन्होंने दिल्ली में खाता होने की बात से इनकार किया। ...