नई दिल्ली, अक्टूबर 24 -- फाइनेंशियल ऐक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा है कि उसे ग्रे लिस्ट से बाहर करने का मतलब यह नहीं कि आतंकवादियों को फंडिग और मनी लॉन्ड्रिंग का लाइेंस दे दिया गया है। अक्टूबर 2022 में उसे एफएटीएफ ग्रे लिस्ट से बाहर कर दिया गया था। पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने हाल ही में डिजिटल वॉलेट के जरिए फंड इकट्ठा करना शुरू किया है। भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उसके ठिकानों को मिट्टी में मिला दिया था। इसीलिए एफएटीएफ की नजर से बचकर चंदा वसूलने के लिए उसने ई वॉलेट का सहारा लिया। जानकारी के मुताबिक ईजीपैसा और सदापे जैसे ई वॉलेट्स के जरिए मसूद अजहर के परिवार के खाते में पैसे इकट्ठे किए जा रहे हैं। इसमें आतंकी अपने परिवारों का सहारा ले रहे हैं। वे महिलाओं के नाम से भी अकाउंट बनाते हैं ताकि एक ...