हजारीबाग, अप्रैल 29 -- हजारीबाग, वरीय संवाददाता। आतंकवाद के बदलते स्वरूप और उसके समाधान पर विचार रखते हुए यूनिवर्सिटरी प्रोफेसर रहे के.पी. शर्मा ने आतंकवाद को एक हाइब्रिड मॉडल बताया है और इसके इलाज के लिए भी हाइब्रिड रणनीति अपनाने की वकालत की है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद केवल शारीरिक हिंसा तक सीमित नहीं है, बल्कि मानसिक, वैचारिक और सामाजिक स्तर पर भी इसकी गहरी जड़ें हैं। प्रोफेसर शर्मा के अनुसार, आतंकवाद पहले लोगों के दिमाग में उपजता है और फिर उसे योजनाबद्ध तरीके से हिंसक कार्यों के लिए तैयार किया जाता है। आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक और धार्मिक बहानों के जरिये युवाओं के मन को प्रदूषित किया जाता है और फिर उन्हें आतंकवादी गतिविधियों में धकेल दिया जाता है। उन्होंने कहा कि कथित गुरु या फील्ड वर्कर कमजोर और असहाय युवाओं का ब्रेनवॉश कर उन्हें अपने...