मेरठ, मार्च 6 -- मोदीपुरम। शोभित विश्वविद्यालय में आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला द फ्यूचर ऑफ बायोटेक्नोलॉजी के तीसरे दिन बुधवार को आणविक जीव विज्ञान पर व्यवहारिक प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि शारदा विवि के प्रो. डॉ. अमित कुमार रहे। सत्र में प्रतिभागियों को आणविक जीवविज्ञान के मूलभूत सिद्धांतों और इसके सतत विकास में योगदान के बारे में जानकारी दी गई। कार्यशाला में प्रतिभागियों को डीएनए निष्कर्षण, जैल इलेक्ट्रोफोरेसिस और पोलीमरेज चेन रिएक्शन जैसी अत्याधुनिक तकनीकों का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया। डॉ. अमित कुमार ने बताया कि आणविक जीवविज्ञान न केवल अनुसंधान क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन ला रहा है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण, जलवायु परिवर्तन और जैव विविधता के संरक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उन्होंने फसल उत्पादन को बढ़...