बिहारशरीफ, जून 11 -- आडंबर के खिलाफ कबीर और नागार्जुन का साहित्य आज भी प्रासंगिक जयंती पर आयोजित संगोष्ठी में साहित्यकारों ने किया याद कहा-दोनों कवियों की रचनाएं देती हैं प्रतिरोध की ताकत बिहारशरीफ, हमारे संवाददाता। संत कबीर और आधुनिक कबीर कहे जाने वाले जनकवि बाबा नागार्जुन की जयंती पर बुधवार को बबुरबन्ना स्थित एक सभागार में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। शंखनाद साहित्यिक मंडली द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में साहित्यकारों ने दोनों कवियों को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके साहित्यिक योगदान को याद किया। समारोह की अध्यक्षता कर रहे शंखनाद के अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत सिंह ने कहा कि कबीर और नागार्जुन का साहित्य आज भी समाज में फैले आडंबर और दमनकारी व्यवस्था के खिलाफ लड़ने में मददगार है। उन्होंने कहा कि कबीर की सहजता और नागार्जुन का क्रांतिक...