भागलपुर, नवम्बर 18 -- भागलपुर, मुख्य संवाददाता। जिला नजारत शाखा में सहायक नाजिर के रूप में काम करने वाले बड़ी खंजरपुर स्थित मिश्रा टोला निवासी अमरेंद्र कुमार यादव जिस विभाग में रहे, वहां सरकारी खातों में जमकर सेंधमारी हुई। अमरेंद्र की धमक ऐसी थी कि संचिकाओं पर बगैर प्रभारी पदाधिकारी की संपुष्टि के वह सीधे डीएम से दस्तखत करा लेते थे। जिसका नतीजा सृजन घोटाले में सरकारी राशि का ट्रांसफर होना रहा। अमरेंद्र ने करीब आठ वर्षों में सरकारी खातों में जमकर सेंधमारी की थी। सबसे पहले वह जिला शहरी विकास अभिकरण (डूडा) में रहे। वहां करीब 13.89 करोड़ रुपये की हेराफेरी हुई। इसके बाद डीआरडीए में कार्यरत रहे। जहां करीब 83 करोड़ रुपए की हेराफेरी हुई। इसके बाद जिला नजारत में सहायक नाजिर के रूप में कार्यरत रहे, वहां से भी 220 करोड़ रुपए की अवैध निकासी की गई है।...