लखीमपुरखीरी, मई 9 -- महेशपुर। सात दिनों से पिंजरे में बंद रहे शावक को आखिर आठवें रोज आजादी मिल गई। उसे महाराजगंज के सोहागी बरवा वन प्रभाग में भेजा गया है। डीएफओ संजय विश्वाल खुद उसे लेकर महाराजगंज रवाना हुए। वहां बाघिन की लोकेशन पता करने के बाद शावक को वहीं छोड़ा गया। मोहम्मदी वनरेज की महेशपुर इलाके की बिलहरी बीट के गांव मूड़ा अस्सी से आंखों से ओझल हुए शावक को एक मई को मैगलगंज और महेशपुर रेंज की सयुंक्त वन टीम ने करीब एक सप्ताह पहले पकड़ा था। शावक को महेशपुर रेंज के चैतीपुर गेस्ट हॉउस मे रखा गया था। उच्च अधिकारियों के निर्देश पर गुरुवार की अल सुबह शावक को अपनी मां के पास सोहगी वर्वा जीव प्रभाग महाराज गंज भेज दिया गया। 23 अप्रैल को गांव मूड़ा अस्सी में ट्रेकुलाइज करके बाघिन और एक शावक को पकड़ा गया था। दोनों को 25 अप्रैल को सोहागी बरवा वन्य जीव...