जमशेदपुर, मई 6 -- झारखंड सरकार की उन्नति का पहिया योजना फिलहाल घूम नहीं रही है। नए वित्तीय वर्ष में तो लगभग रुक सी गई है। सरकारी स्कूलों के बच्चों को पढ़ाई से जोड़े रखने की यह योजना काफी आकर्षक है। इसकी वजह से बहुत से बच्चे अपनी पढ़ाई जारी रख पा रहे हैं। यह कोई साधारण बात नहीं है। अच्छे स्कूल में पढ़ने की ललक में 30-30 किलोमीटर दूर से बच्चे जमशेदपुर के स्कूलों में पढ़ने आ रहे हैं। 2024-25 की योजना का हश्र यह है कि बच्चे आठवीं कक्षा से नौवीं में पहुंच चुके हैं और लक्ष्य की तुलना में करीब एक चौथाई को अब भी साइकिल का इंतजार है। साइकिल नहीं मिलने के पीछे अनेक कारण हैं। इनमें सबसे महत्वपूर्ण है सरकार और साइकिल आपूर्ति करने वाली कंपनी के बीच तालमेल का अभाव। पूर्वी सिंहभूम में झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी योजना उन्नति का पहिया का हश्र कुछ अच्छा...