देवघर, अगस्त 27 -- देवघर,प्रतिनिधि। पर्यूषण, भाद्रसुदी में मनाया जाने वाला जैन धर्म का मुख्य पर्व है, इसे दशलक्षण पर्व भी कहते हैं। इस पर्व को जैन श्वेतांबर 8 दिन और जैन दिगंबर संप्रदाय 10 दिन तक मनाती है। इस बार 28अगस्त 2025 से प्रारंभ होकर 06 सितंबर 2025 की तक दशलक्षण का महापर्व होगा। इस पर्व का शाब्दिक अर्थ है आत्मा में अवस्थित होना, यह मात्र जैनों का पर्व ही नहीं बल्कि सार्वभौम पर्व है। यह अपने शुद्धि का संदेश देता है, जिसमें तप कर कर्मों की निर्जला कर अपनी काया को निर्मल बनाया जा सकता है। साथ ही यह शरीर को सशक्त एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने का विलक्षण प्रयोग है। दशलक्षण धर्म को 10 दिनों तक अलग-अलग रूपों में बांटा गया है, जिसमें उत्तम क्षमा ,उत्तम मार्दव, उत्तम आर्जव, उत्तम शौच, उत्तम सत्य ,उत्तम संयम, उत्तम तप, उत्तम त्याग,...