मेरठ, मई 28 -- निजीकरण के विरोध में बुधवार को बिजली कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। कहा कि निजीकरण के बाद आगरा और ग्रेटर नोएडा में सुधार को लेकर ऊर्जा मंत्री द्वारा किए गए दावे तथ्यों से परे हैं। निजीकरण विरोधी आंदोलन में आज से बिजली अफसर और कर्मचारी प्रबंधन से पूर्ण असहयोग किया जाएगा, लेकिन उपभोक्ताओं को कोई दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। जूनियर इंजीनियर संगठन के पदाधिकारियों राम आशीष कुशवाहा, गुरुदेव सिंह, रविंद्र कुमार, प्रेम पाल सिंह, अश्वनी कुमार ने बताया कि आगरा में निजीकरण से प्रतिवर्ष लगभग 1000 करोड़ रुपए का पावर कारपोरेशन को घाटा उठाना पड़ रहा है। निजीकरण के इस प्रयोग में सस्ती बिजली खरीद कर महंगी दरों पर बेचने में एक निजी कंपनी को प्रतिवर्ष 800 करोड़ रुपए का मुनाफा हो रहा है। संघर्ष समिति ने कहा कि आज व्यापक विरोध प्रदर्शन कर नि...
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