नई दिल्ली, जुलाई 22 -- श्रावण कृष्ण पक्ष उदय कालिक द्वादशी तिथि उपरांत त्रयोदशी तिथि 22 जुलाई 2025 दिन मंगलवार को रखा जा रहा है। प्रदोष व्रत मंगलवार को पड़ता है तब इस प्रदोष को भौम प्रदोष व्रत कहा जाता है। इस बार सावन में भौम प्रदोष और मंगला गौरी व्रत का अद्भुत संयोग है। एक तरफ भौम प्रदोष व्रत से कर्जमुक्ति, धन वृद्धि की मनोकामनाएं की जाएंगी, वहीं महिलाएं अपने अखंड सौभाग्य के लिए मंगला गौरी व्रत करेंगी। इसके अलावा जिनकी कुंडली में मंगल कमजोर होता है, उन्हें भी यह व्रत रखना चाहिए। इस दिन भगवान शिव, माता पार्वती, हनुमान जी और मंगलदेव की कृपा मिलती है। आज त्रयोदशी का मान पूरे दिन रहेगा। 22 जुलाई को सुबह सुबह 5:48 बजे से लेकर रात में 3:44 तक त्रयोदशी तिथि है। आप को बता दें कि मंगला गौरी व्रत महिलाएं अखंड सौभाग्य, वैवाहिक सुख, परिवार की खुशहाली...