गंगापार, दिसम्बर 14 -- भले ही भारत देश को हिन्दू बहुसंख्यक के रूप में जाना जाय परंतु वास्तविकता यह है कि देश के सात प्रांतों में आज भी हिन्दू अल्पसंख्यक की श्रेणी में पहुंच गये हैं। वहां कहीं जबरन, कहीं लालच देकर तो कहीं सेवा के नाम पर हिन्दुओं का धर्मान्तरण करा दिया गया। जबकि ये प्रांत कभी हिन्दू बाहुल्य थे। हम हिंदू बहुल क्षेत्र में हैं इसलिए लगता है हिंदू बहुत है लेकिन सच्चाई और वास्तविकता से मुंह नहीं मोड़ा जा सकता है अपितु सजग,एकजुट रहने की आवश्यकता है।राष्ट्रीय सवयंसेवक संघ ने पूरे राष्ट्र में हिंदुओं को जागृत किया है। केरल में आज से पचास वर्ष पहले किसी हिंदू महिला का विवाह होता था तो उसे धर्म विशेष के अनुयायी के घर जाकर प्रणाम करना पड़ता था। उसके बाद ही उसकी डोली उठती थी। हिंदू समाज बेंच पर बैठ नहीं सकता था। ऐसे ही कारणों व हिन्दुओं ...