भागलपुर, सितम्बर 15 -- भागलपुर, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। शारदीय नवरात्र में अब केवल सात दिन शेष रह गए हैं और शहरभर में पूजा समितियों की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। वहीं वर्षों से चली आ रही परंपराओं को आज भी उसी श्रद्धा और आस्था के साथ निभाया जा रहा है। दुर्गा पूजा आज भी पारंपरिक रीति से संपन्न की जाती है। प्राचीन परंपरा के अनुसार आज भी मां दुर्गा की प्रतिमा बनाने में वेश्याओं के आंगन की मिट्टी का उपयोग किया जाता है। मान्यता है कि इस मिट्टी से बनी प्रतिमा में मां का वास होता है। कालीबाड़ी दुर्गा मंदिर के प्रधान पंडित देवाशीष मुखर्जी ने बताया कि पौराणिक कथा के अनुसार वेश्यालय की एक महिला मां दुर्गा की अपार भक्त थी। लेकिन वह समाज के तिरस्कार से दुखी रहती थी। उनकी श्रद्धा और भक्ति से प्रसन्न होकर मां दुर्गा ने वरदान दिया कि जब तक मां की प्...