बागेश्वर, जून 8 -- ग्लोबल गांधीयन डायलॉग, यूथ फॉर ट्रुथ के तत्वावधान में यहां युवा शिविर दूसरे दिन भी जारी रहा। अनासक्ति आश्रम में दूसरे दिन पद्मश्री राधा भट्ट ने कहा कि आज देश में सद्भावना का वातावरण नहीं है। कोई भी संस्था वातावरण का निर्माण तब कर पाएगी जब वह निर्भीक होकर सामने आएगी। यदि युवा संघर्ष और त्याग छोड़कर आराम करेंगे तो परिवर्तन संभव नहीं है। समाज में संवेदनहीनता बढ़ रही है। उसे बदलने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि गांधी की शिक्षा नीति को हम आगे नहीं ले जा पाए यह हमारी कमजोरी रही। हमने नई तालीम के माहौल को बनाए रखने के लिए काम किया। नई तालीम की बहुत सी संस्थाएं बंद भी हुई हैं। गांधी विचार को किसी भी सरकार में मान्यता नहीं मिली। कांग्रेस ने भी गांधी की नई तालीम को पाठ्यक्रम में शामिल नहीं किया। राम दत्त त्रिपाठी ने कहा कि परिस्थित...