बांका, सितम्बर 28 -- बांका, नगर प्रतिनिधि। कात्यायनी माता हिन्दू धर्म में पूजनीय नवदुर्गाओं में से छठी देवी हैं। नवरात्रि के छठे दिन इनकी पूजा होती है। माता शक्ति, पराक्रम और ज्ञान की अधिष्ठात्री देवी हैं। देवी कात्यायनी को अत्यंत दयालु, विनम्र, और भक्तों के कष्टों का निवारण करने वाली माना गया है। जबकि कात्यायनी माता का जन्म महर्षि कात्यायन के कठिन तप से हुआ था, इसलिए इनका नाम "कात्यायनी" पड़ा। पुराणों के अनुसार, जब राक्षस महिषासुर का अत्याचार बढ़ गया, तब त्रिदेवों (ब्रह्मा, विष्णु और महेश) की शक्तियों से एक दिव्य तेज उत्पन्न हुआ। इस तेज से देवी का रूप प्रकट हुआ। महर्षि कात्यायन ने उन्हें अपनी कन्या के रूप में ग्रहण किया और तप करके उनका स्वागत किया। अतः देवी को 'कात्यायनी नाम मिला। साथ ही माता कात्यायनी का स्वरूप अत्यंत भव्य और तेजस्वी है...