संभल, नवम्बर 2 -- संभल। चार महीने की योगनिंद्रा के बाद भगवान विष्णु अब 2 नवंबर को जागने वाले हैं। देवउठनी एकादशी के साथ ही पूरे सृष्टि चक्र में शुभता का संचार होगा। मान्यता है कि जब भगवान विष्णु क्षीरसागर से उठते हैं। तो सभी धार्मिक और मंगल कार्यों की शुरुआत होती है। इस दिन से शादी-विवाह, गृहप्रवेश, मुंडन और यज्ञ जैसे मांगलिक कार्यों पर लगे विराम की समाप्ति मानी जाती है। भगवान विष्णु के जागरण के साथ ही विवाह सीजन की धूम भी शुरू हो गई है। नवंबर की दो तारीख से ही जनपद में शादियों का सिलसिला आरंभ हो रहा है। देवउठनी एकादशी न केवल धार्मिक दृष्टि से, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। भगवान विष्णु के जागरण के साथ ही लोगों के जीवन में नई उमंग और उत्साह का संचार होता है। पूरे जनपद में इस दिन मंदिरों में विशेष पूजन-अर्च...