सिमडेगा, जुलाई 3 -- सिमडेगा। आज सिमडेगा जिला पूरे देश में हॉकी की नर्सरी के नाम से जाना जाता है। यहां की मिट्टी में ही हॉकी रची-बसी है। जिले के पुरुष और महिला खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। लेकिन इस पहचान के पीछे केवल खिलाड़ियों का ही नहीं, बल्कि जिले के कुछ आम मगर जुझारू लोगों का भी अहम योगदान रहा है। जिनकी बदौलत आज यहां हॉकी सांसें ले रही है। इन्हीं गुमनाम नायकों में शामिल हैं रामकैलाश राम, इग्नेस तिर्की, स्व. ओमप्रकाश अग्रवाल सहित अन्य लोग। जिन्होंने न सिर्फ खिलाड़ियों को मंच दिया। बल्कि 2000 के दशक से वर्षो पहले तक लगभग ठिठक चुकी हॉकी को फिर से ज़िंदा रखने का बीड़ा उठाया। जिले में हॉकी टूर्नामेंटों की परंपरा शुरू कराने में भी इनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। जिससे सिमडेगा में हॉकी का जुनू...