नई दिल्ली, जुलाई 23 -- मुगलों ने भारत पर करीब 300 साल तक राज किया था। लेकिन एक वक्त ऐसा आया जब पूरी मुगलिया हुकूमत हिल गई। ये कारनामा किया सिकंदर सूरी ने। सूरी ने हुमांयू ने मुगलों की सत्ता छीन ली थी। लेकिन आज के दिन यानी 23 जुलाई 1555 को हुमांयू ने वापस दिल्ली की कुर्सी हासिल की। इसलिए आज का दिन मुगल इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज है। इस दिन, मुगल बादशाह हुमायूं ने सरहिंद के मैदान में सिकंदर सूरी को निर्णायक रूप से हराकर दिल्ली की सत्ता पर फिर से कब्जा किया।हुमायूं का निर्वासन और संघर्ष 1530 में बाबर की मृत्यु के बाद हुमायूं ने मुगल सत्ता संभाली, लेकिन शेर शाह सूरी ने 1540 में चौसा और कन्नौज की लड़ाइयों में उन्हें परास्त कर दिल्ली से बेदखल कर दिया। इसके बाद हुमायूं को लंबे समय तक निर्वासन में रहना पड़ा। फारस के सफावी शासक शाह तहमास...