अररिया, नवम्बर 10 -- अब परिस्थितियां बदल गई और लोगों के सोच भी बदल गए हैं कुर्साकांटा मरातीपुर निवासी 92 वर्षीया सुमित्रा देवी ने ताजी की उन दिनों की यादें कुर्साकांटा, निज प्रतिनिधि पहले के चुनाव में महिलाएं मताधिकार का प्रयोग कम करती थी। अधिकांश पुरुष ही मतदान करने जाते थे। कुर्साकांटा मरातीपुर निवासी 92 वर्षीय महिला सुमित्रा देवी पति स्व सूर्यानन्द झा ने पुराने दिनों की यादें ताजा करते हुए बताया कि पहले के चुनाव में चुनाव में शोरगुल नहीं होता था। न तो कोई बड़ी सभाएं होती थी और न ही प्रत्याशी मतदाताओं से अधिक जनसंपर्क करते थे। पुरुष मतदाता ही मतदान करते थे। महिलाएं मतदान के लिए नहीं के बराबर जाती थी। महिलाओं को पार्टी व उसके चुनाव चिह्न भी मालूम नहीं होता था। अब पहले जैसा समय नहीं रह गया है। परिस्थितियां बदल गई है। सोच बदल गए हैं। अब तो ...