नई दिल्ली, नवम्बर 12 -- Kalbhairav ​​Jayanti 2025: आज मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन कालभैरव जयन्ती मनायी जा रही है। हिंदू पंचांग के अनुसार, 11 नवंबर को 11:08 पी एम पर अष्टमी तिथि प्रारम्भ होगी, जिसका समापन 12 नवंबर को 10:58 पी एम पर होगा। आज के दिन 2 शुभ योगों का निर्माण भी हो रहा है। इस दिन सुबह 08:02 मिनट से शुक्ल योग का निर्माण होगा, जिसके बाद ब्रह्म योग रहेगा। सनातन धर्म में भगवान कालभैरव को भगवान शिव का ही स्वरूप माना जाता है। इस दिन विधिवत भगवान शिव के कालभैरव रूप की पूजा करने से जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। आइए जानते हैं कालभैरव जयंती पर पूजा के शुभ मुहूर्त और पूजा की विधि-आज कालभैरव जयंती पर सुबह से शाम तक इन मुहूर्त में करें पूजाब्रह्म मुहूर्त 04:56 ए एम से 05:49 ए एमप्रातः सन्ध्या 05:22 ए एम से 06:41 ए एम...