समस्तीपुर, मई 28 -- पूसा। शारदा सावित्री अनिल संगीत कॉलेज, वैनी (पूसा रोड) में जारी स्नेहलता सावित्री रंग मंच विवाह गीत कार्यशाला के चौथे दिन सोमवार को प्रशिक्षक मिथिला रत्न कृष्ण कुमार कन्हैया ने छात्राओं को स्नेहलताजी रचित ओठंगर गीत के रूप में आजु धनवा कुटावु चारु वरवा से, कमर खोलाई गीत धोती पहिरू हमर बात मानु पहुना आदि गीत गाकर सिखाया। उन्होंने कहा कि जब मिथिला में शादी करने के लिए पाहुन (दूल्हा)आते हैं तो धान कुटवाया जाता है। धान को समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। विवाह के दौरान धान कुटवाने का मतलब नवदम्पत्ति के जीवन में धन और खुशहाली की कामना करना होता है। वही गीत को लय में बांधे रखने का काम तबला पर संगत कर रहे मनोरंजन झा कर रहे थे। मौके पर गुरु डॉ.सुनील कुमार सिंह ने कहा विलुप्त होते मिथिला के विवाह गीत को बचाने की दिशा में यह एक खा...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.