रांची, अगस्त 15 -- रांची, संवाददाता। स्वतंत्रता दिवस पर रांची सिर्फ तिरंगा फहराने और शहीदों को नमन करने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह वह धरती है, जहां महात्मा गांधी समेत कई बड़े राष्ट्रीय नेता और क्रांतिकारी अपने आंदोलन के दिनों में आए, जनता से मिले और आजादी की लौ को प्रज्वलित किया। कहीं आजादी के बाद सबसे पहले झंडा फहराया गया, तो कहीं वह पेड़ आज भी संरक्षित है जहां स्वतंत्रता सेनानियों को फांसी के फंदे पर लटकाया गया। इन स्थानों पर आज भी शीश श्रद्धा में झुक जाता है। मोरहाबादी मैदान में महात्मा गांधी ने की थी सभा चार अगस्त 1925 को महात्मा गांधी रांची आए थे। उन्होंने मोरहाबादी मैदान में जनसभा की और खादी, शराबबंदी और छुआछूत उन्मूलन पर जोर दिया। उन्होंने आदिवासी नेताओं से मुलाकात कर कहा कि अपनी जमीन और अधिकार की रक्षा के लिए एकजुट होना ही असली स्...