चतरा, जून 10 -- मयूरहंड, प्रतिनिधि। एक तरफ आजादी के स्वर्णिम वर्ष में भारत पहुंच गया है। विकास की ओर अग्रसर है। सड़क का जाल बिछा दिया गया है। ताकि लोगों को आवाजाही में परेशानी न हो। गांव को पंचायत से पंचायत को प्रखंड से और प्रखंड को जिला मुख्यालय से जोड़ने का मुहिम जोरों पर है। लेकिन चतरा का मयुरहंड प्रखंड के पन्दनी पंचायत के मौना एक ऐसा गांव है, जहां आजादी के 78 साल बीत गया लेकिन आजतक सड़क नसीब नहीं हुआ। इस में तीन दर्जन से अधिक घर है। गांव में बसे लोग पुस्तैनी हैं। लेकिन दुर्भाग्य है कि इस गांव में अबतक सड़क नहीं है। गांव के किसी भी तरफ से आने जाने के लिये सड़क नहीं बना है। पक्की सड़क तो दूर मिट्टी मोरम का भी सड़क नहीं है। लोग आधा किलोमीटर पगडंडी के सहारे आवाजाही करते है। गर्मी के मौसम में मोटरसाइकिल घर तक जाता है। लेकिन बरसात के मौसम में पैदल...