रामपुर, अगस्त 7 -- शहर के चर्चित यतीमखाना प्रकरण में आजम पक्ष के 25 से अधिक गवाहों को अदालत ने डिस्चार्ज कर दिया है। कोर्ट के इस फैसला को आजम पक्ष को झटका के तौर पर देखा जा रहा है। वहीं, इस मामले में अब 11 अगस्त को सुनवाई होगी। मालूम हो कि सपा सरकार में शहर कोतवाली क्षेत्र में यतीमखाना बस्ती को खाली कराया गया था। घर से बेघर हुए लोगों ने सूबे में सत्ता परिवर्तन के बाद मुकदमें दर्ज कराए थे। जिनमें आरोप लगाया गया था कि तत्कालीन कैबिनेट मंत्री आजम खां के इशारे पर तत्कालीन सीओ सिटी आले हसन ने कुछ पुलिस वालों और आजम खां के समर्थकों को साथ लेकर जबरन बस्ती को खाली कराया। घरों में तोड़फोड़ करते हुए लूटपाट की गई। लोगों को मारापीटा भी। इस मामले में बाद विवेचना पुलिस ने आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल कर दिया। मुकदमों का ज्वाइंट ट्रायल एमपी-एमएलए सेशन कोर्...