लखनऊ, जुलाई 2 -- लखनऊ, विशेष संवाददाता पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन विभाग के प्रमुख सचिव अनिल कुमार ने कहा है कि यूपी की अधिकांश आबादी ग्रामीण इलाकों में रहती है। ब्लॉक स्तर पर की गई निगरानी से यह पता चला है कि आजमगढ़, कुशीनगर, श्रावस्ती जैसे जिलों की हवा कई शहरी क्षेत्रों से भी ज्यादा खराब है। आईआईटी कानपुर की तकनीक से हमें अब वास्तविक समय में यह जानकारी मिल रही है कि कहां दखल ज़रूरी है, और किस स्थान पर कौन सी योजना लागू की जाए। यह एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 'ग्रीन बजट, वृक्षारोपण, स्वच्छ भारत अभियान जैसे कई प्रयास किए हैं। वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए हमने यूपी सीएएमपी नाम से Rs.5,000 करोड़ रुपये का वर्ल्ड बैंक समर्थित कार्यक्रम तैयार किया है, जो जल्द शुरू होगा। यह प्रणाली न केवल प्रकार और तीव्रता बल्कि प्रद...