मुजफ्फरपुर, सितम्बर 7 -- मुजफ्फरपुर। प्रमुख संवाददाता आचार्य श्री की रचनाएं युवा कवियों के लिए मार्गदर्शक का काम करती हैं। उनकी कविताओं को सहेजना और अगली पीढ़ी तक ले जाना हर साहित्यकार का कर्तव्य होना चाहिए। यह निराला निकेतन केवल एक जगह नहीं बल्कि साहित्य-लेखन का तीर्थ है। ये बातें रविवार को निराला निकेतन में आचार्य श्री जानकी बल्लभ शास्त्री की याद में आयोजित महावाणी स्मरण सह मासिक कवि गोष्ठी में साहित्यकारों ने कही। इस कवि गोष्ठी में कवियों ने आचार्य श्री की गीतों के साथ ज्वलंत मुद्दों को कविता के माध्यम से उठाया। अध्यक्षता हिंदी एवं भोजपुरी के वि. सतेंद्र कुमार सत्येन तथा संचालन अशोक भारती ने किया। इस कवि गोष्ठी में उपस्थित कवि वीरेंद्र कुमार मल्लिक, प्रमोद नारायण मिश्र, डॉ. हरिकिशोर प्रसाद सिंह, डॉ. जगदीश शर्मा, ओम प्रकाश गुप्ता, रामवृ...
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