वाराणसी, मार्च 27 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। संस्कृत के प्रकांड विद्वान आचार्य शत्रुध्न शरण व्यास एवं आचार्य हरिनारायण तिवारी को क्रमश: वेदमूर्ति एवं शास्त्र मूर्ति सम्मान प्रदान किया गया है। सम्मान स्वरूप उन्हें एक लाख रुपये की राशि, मानपत्र, स्मृति चिह्न और अंगवस्त्रम भेंट किया गया। यह सम्मान उन्हें तिलभांडेश्वर स्थित वेदांत आश्रम में आयोजित दो दिवसीय अखिल भारतीय सर्व वेद सम्मेलन के सम्पूर्ति सत्र में गुरुवार को दिया गया। अध्यक्षता आश्रम के महंत स्वामी असीमानंद गिरि ने की। इस दौरान काशी के विभिन्न विश्वविद्यालयों के आचार्यों तथा विद्वानों का भी सम्मान हुआ। कार्यक्रम में विचार व्यक्त करते हुए सभी ने एकस्वर से कहा कि यदि धर्म की रक्षा करनी है तो वेद की सांगोपांग रक्षा करनी ही होगी। 'वेदोखिलो धर्ममूलम के भाव से वेदों की परंपरा से अध्ययन ...