एटा, नवम्बर 20 -- जैन धर्म के 22वें तीर्थंकर भगवान नेमिनाथ के अतिशय क्षेत्र कोसमा में 110वर्ष पूर्व आचार्य विमल सागर महाराज का जन्म हुआ था। इनके शिष्य आचार्य चैत्य सागर महाराज ने अपने गुरु को समर्पित कोसमा गांव के उत्थान का बीड़ा उठाया। मान्यता है कि इसी गांव में उनके गुरु आचार्य विमल सागर लोगों को मंत्र पढ़कर जो भी वस्तु दे देते थे। वह दवा बन जाती थी। उस दौरान यहां एक छोटा सा दवाखाना था। आचार्य चैत्य सागर के आशीर्वाद से छोटा सा दवाखाना वर्तमान में एक विशाल हॉस्पिटल के रूप में साकार हो गया है। यहां वर्ष 2018 से सैकड़ों लोग स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर रहे हैं। हॉस्पिटल में ऑपरेशन और डायलिसिस की सुविधा के लिए भवन तैयार हो रहा है। इसी के पास विशाल जिनालय तैयार हुआ है। जिसका पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महामहोत्सव आयोजित किया जा रहा है। जिस पावन भूमि पर...