सहारनपुर, जुलाई 3 -- सहारनपुर 22वें तीर्थंकर भगवान श्री नेमिनाथ के मोक्ष कल्याणक महोत्सव पर आयोजित धर्मसभा में आचार्य विमर्श सागर महाराज ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि यह अवसर मूक पशुओं पर दया, करुणा और उनके प्राणों की रक्षा का संकल्प लेने का सुअवसर है। जैन बाग स्थित प्राचीन दिगंबर जैन मंदिर में श्रद्धालुओें को संबोधित करते हुए आचार्य विमर्श सागर महाराज ने कहा कि आज से लगभग 3300 वर्ष पूर्व राजकुमार नेमि ने विवाह यात्रा के मार्ग में मूक पशुओं को बध हेतु बंधे देखकर करुणा से द्रवित होकर उन्हें मुक्त कराया और विवाह छोड़ दीक्षा लेकर गिरनार पर्वत पर तप कर मोक्ष प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि पंचम काल में भी जब चतुर्विध संघ (मुनि, आर्यिका, श्रावक, श्राविका) नगर में पधारते हैं, तो यह दुर्लभ पुण्य का अवसर होता है। उन्होंने उपस्थित श्रद्ध...