जमुई, मई 31 -- सिमुलतला । निज संवाददाता आचार्य महामंलेश्वर कैलाशानंद गिरी 28 मई को झारखंड राज्य देवघर के अपने एक प्रिय शिष्य के शादी समाहरो में शामिल होने के बाद तीन दिवसीय प्रवास के लिए अपने मातृभूमि सेवा धाम सिमुलतला पहुंचे हुए है। वे 29 मई से 01 जुन तक सिमुलतला स्थित अपने सेवा धाम में प्रवास करेंगे। इस दौरान प्रवास के दूसरे दिन स्थानीय मीडिया कर्मियों से हुई बात चित के दौरान उन्होंने कहा कि सिमुलतला थाना क्षेत्र के पाण्डेयडीह, ढ़ोढ़री गांव मेरा पैतृक आवास है। लेकिन जब से मैं सन्यासी बना हूँ, उसके बाद में अपना पैतृक आवास नहीं गया हूँ। सन्यास के पहले जब ब्रह्मचर्य था उस समय घर जाते थे। मैं अभी सन्यास परम्परा का सर्वोच्च पद पर बैठा हूँ और सन्यास का घर जाने का अधिकार नहीं है। अन्य जो भी सन्यासी है वो हमसे प्रेरणा लेगे कि घर से नजदीक होने के ...