रांची, मई 27 -- रांची, वरीय संवाददाता। आचार्य वह है जो अपने आचरण से शिक्षार्थियों में आत्मबल एवं राष्ट्र के प्रति समर्पण का भाव जागृत करता है। यह बात 20 दिनी नवीन आचार्य प्रशिक्षण में मुख्य अतिथि चिन्मया मिशन के स्वामी परिपूर्णानंद ने मंगलवार को कही। विद्या विकास समिति द्वारा आयोजित 20 दिनी आयोजन आचार्य प्रशिक्षण विद्यालय कुदलुम में शुरू हुआ। अखिल भारतीय मंत्री ब्रह्मा जी राव बोले, विद्या भारती आज भी भारतीय ज्ञान परंपरा को जीवित रखने का काम कर रही है। समिति के अध्यक्ष राम अवतार नारसरिया ने बताया कि हमारे आचार्य आचरण से संस्कारयुक्त शिक्षा देते हैं। सेंट्रल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो क्षिति भूषण दास बोले, भारतीय जीवन आधारित ज्ञान परंपरा के वाहक आप आचार्य ही हैं। आपके हाथों में राष्ट्र का भविष्य पलता है। मौके पर प्रदेश मंत्री डॉ ब्रजेश कुमा...
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