आगरा, मई 28 -- आगरा के चर्चित पनवारी कांड के तीन दिन बाद थाना कागारौल क्षेत्र में हुए जातीय संघर्ष में 35 साल बाद 35 आरोपियों को बुधवार को अदालत ने दोषी पाया है। विशेष न्यायाधीश एससी-एसटी एक्ट पुष्कर उपाध्याय ने 32 आरोपियों को जेल भेजने के आदेश दिए। तीन आरोपियों के हाजिर न होने पर उनके विरुद्ध गैर जमानतीय वारंट जारी किए गए हैं। एक नाबालिग की पत्रावली किशोर न्यायालय भेजी गई है। वहीं साक्ष्य के अभाव में 15 आरोपियों को बरी कर दिया गया है। इस मामले में 30 को सजा सुनाई जाएगी। 21 जून 1990 पनवारी कांड की प्रतिक्रिया स्वरूप अकोला गांव की उदर बस्ती आदि में 24 जून 1990 को जातीय संघर्ष हुआ था। थाना कागारौल के तत्कालीन एसएचओ ओमपाल सिंह राना ने बलवा, मारपीट, आगजनी, डकैती, एससी-एसटी एक्ट आदि में मुकदमा दर्ज कराया था। सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता हेमन्त द...