लखनऊ, जनवरी 30 -- राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद आउटसोर्स कर्मचारियों को रोडवेज में समायोजित करने की मांग की है। संगठन के अध्यक्ष जेएन तिवारी ने कहा कि वर्ष 2005 से नगरीय सेवाओं में कार्यरत कार्मिकों के रोजगार संरक्षण के लिए प्राइवेट बसें जो 62 से 65 रुपये प्रति किलोमीटर भुगतान किया जा रहा है, की अपेक्षा वर्तमान संचालित 28 से 30 रुपए प्रति किलोमीटर खर्च की विभागीय बसें संचालित की जाए। संगठन के अध्यक्ष जेएन तिवारी ने कहा कि चालकों तथा आउटसोर्स कार्मिकों को पूर्व सेवा के आधार से रोडवेज में समायोजित किया जाए। नगरीय सेवाओं में किलोमीटर आधारित वेतन भुगतान व्यवस्था को समाप्त कर आठ घंटे ड्यूटी एवं पद अनुसार न्यूनतम अर्बन एरिया तथा प्रतिवर्ष 10 प्रतिशत वेतन बढ़ोतरी एवं अन्य देयको के साथ भुगतान किया जाए। ------ रोडवेज कर्मी ने उत्पीड़न का आरोप लगाया...