मुजफ्फरपुर, मई 17 -- सरैया, हिन्दुस्तान संवाददाता। कृषि विज्ञान केंद्र सरैया का शनिवार को आईसीएआर दिल्ली के प्रधान वैज्ञानिक (प्रिंसिपल साइंटिस्ट) डॉ. केशव ने निरीक्षण किया। प्रधान वैज्ञानिक डॉ. रामकृष्ण राय से मुर्गीपालन, खेती, बागवानी, केवीके के शोध परिसर में लगाए जा रहे धान, मक्का, मूंग, मड़ुआ, अरहर आदि खरीफ फसलों के उत्पादन के बारे में जानकारी ली। डॉ. केशव ने कहा कि असमय मौसम परिवर्तन से फसल के उत्पादन पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। इसके लिए किसानों को टाइम मैनेजमेंट का विशेष ध्यान रखना होगा। जीरो टिलेज और हैप्पी सीडर से खेतों में बुआई करने से प्राकृतिक प्रकोप आने की स्थिति में भी फसल का नुकसान काफी कम होता है और उत्पादन अच्छी होती है। किसानों को वैज्ञानिक पद्धति से ईजाद किए गए कुछ नए प्रभेद के बीजों का उपयोग करने की सलाह दी। इस मौके पर...