बरेली, अगस्त 19 -- आईवीआरआई में सोमवार से सूकर पालन पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया है। इसमें ओडिशा के पशु चिकित्सा अधिकारियों को सूकर की आधुनिक तकनीक के बारे में जानकारी दी जाएगी। आईवीआरआई की संयुक्त निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. रुपसी तिवारी ने बताया कि सूकर पालन के लिए जैव सुरक्षा, जलवायु अनुकूल आवास, और बाजार संपर्क बेहद जरूरी होता है। डॉ. अमित कुमार ने फील्ड स्तर पर बधियाकरण और क्लासिकल स्वाइन फीवर की पहचान की उपयोगिता के बारे में बताया। डॉ. हरिओम पांडे और डॉ. मुकेश सिंह ने रोग नियंत्रण और क्षेत्रीय चुनौतियों के बारे में बताया।

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