नई दिल्ली, जनवरी 29 -- इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) की 7वीं बटालियन, मिर्थी, जिला पिथौरागढ़ में 22 लाख रुपये के भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। आरोप है कि केरोसीन खरीद और ढुलाई खर्च में वर्ष 2017-19 के बीच बटालियन के तत्कालीन अफसरों ने यह घपला किया। मामले में विभागीय जांच के बाद सीबीआई की देहरादून शाखा में बटालियन के तत्कालीन अफसरों, ठेकेदार और अन्य अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। सीबीआई की एफआईआर के अनुसार तत्कालीन कमांडेंट महेंद्र प्रताप और उनके अधीनस्थ अधिकारियों ने निजी ठेकेदारों के साथ मिलकर 8000 लीटर केरोसिन तेल की चोरी और फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से सरकारी धन का दुरुपयोग किया। आरोपियों ने फर्जी चालानों से भुगतान कर यह फर्जीवाड़ा किया। केरोसिन ट्रांसपोर्ट पोर्टर के जरिए दिखाते हुए भुगतान हुआ। जबकि, जांच मे...
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