भागलपुर, सितम्बर 27 -- भागलपुर, वरीय संवाददाता विश्व आईटीपी (इम्यून थ्रंबोसाइटोपीनिया पुरपरा) जागरूकता सप्ताह के तहत शुक्रवार को मायागंज अस्पताल के पीजी शिशुरोग विभाग में सेमिनार का आयोजन हुआ। इस मौके पर पीजी छात्र डॉ. अशरफ ने बताया कि आईटीपी में शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली के विरुद्ध एंटीबॉडी बनाने लगती है। जिसके कारण प्लेटलेट्स नष्ट हो जाते हैं या फिर खून में प्लेटलेट्स की संख्या कम होने लगती है। ऐसे मरीजों में ब्लीडिंग टेंडेंसी (रक्तस्राव होने की आशंका ) उत्पन्न हो जाती है। गंभीर अवस्था में मस्तिष्क में रक्तश्राव होने लगता है, जिससे जान का खतरा उत्पन्न हो जाता है। इस मौके पर विभाग के अध्यक्ष डॉ. अंकुर प्रियदर्शी ने कहा कि सामान्यतः इस बीमारी में कम हुए प्लेटलेट्स की रिकवरी अपने आप ही जाती है। ज्यादातर मामलों में प्लेटलेट्स की आवश्यकता प...