पूर्णिया, मई 6 -- पूर्णिया, वरीय संवाददाता। बिहार में लगभग 1.7 मिलियन लोग ब्लाइंडनेस के शिकार हैं। बिहार सबसे अधिक ब्लाइंडनेस वाले राज्यों में एक है। उसमें मिथिलांचल और सीमांचल में इनका घनत्व सबसे ज्यादा है। लगभग 40 वर्षों से सागरमाथा, लाहन और विराटनगर में उत्तर प्रदेश, बिहार और बंगाल के आंख के मरीज इलाज के लिए जाते रहे हैं। ऐसे मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अंधापन के मुख्य कारण, कैटरेक्ट, मोतियाबिंद, 60 प्रतिशत आई केयर फेसिलिटी का अभाव, शहरी और ग्रामीण असमानता, अशिक्षा, आर्थिक सामाजिक दुर्दशा आदि प्रमुख कारण है। सरकार लगातार अंधेपन की रोकथाम और सफल इलाज के लिए सतत प्रयत्नशील है। सभी जिला अस्पताल में कैटरेक्ट के मुफ्त इलाज, मुफ्त चश्मा वितरण, अंधापन सोसाइटी द्वाराआयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना द्वारा मुफ्त इलाज की सुविधा दी जा र...