संभल, मई 28 -- सेमरटोला में अंबेडकर सेवा दल की बैठक हुई। जिसमें डा़ भीमराव आंबेडकर की पत्नी रमाबाई का परिनिर्वाण दिवस मनाया गया। सभी ने उन्हें त्याग और संघर्ष की प्रतिमूर्ति बताया। परिनिर्वाण दिवस पर उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। वक्ताओं ने उनको जीवन संघर्ष, त्याग और समर्थन की मिसाल की प्रतिमूर्ति बताया, कहा कि माता रमाबाई अंबेडकर डॉ. आंबेडकर के जीवन की प्रेरणा थीं, जिन्होंने कठिन परिस्थितियों में भी उनका साथ नहीं छोड़ा। प्रवीण कुमार बंटी ने कहा कि कम उम्र में ही विवाह होने के बाद उन्होंने डॉ. आंबेडकर को उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित किया और घर की सारी जिम्मेदारियाँ अकेले निभाईं। वे एक धार्मिक और सहनशील महिला थीं, जिन्होंने आर्थिक अभावों में भी अपने पति का मनोबल बढ़ाया। मण्डल अध्यक्ष सूर्यजीत सिंह ने कहा कि जब...