दुमका, जून 23 -- दुमका। प्रतिनिधि पंचुवाड़ा कोल माइंस से दुमका तक कोयला की ढुलाई को लेकर आंदोलन करने वाले काठीकुंड के ग्रामीणों ने शनिवार की देर रात वार्ता के बाद समाप्त कर दिया है। सातवें दिन मांगों पर सहमति बनी और ग्रामीणों ने चक्का जाम के आंदोलन को समाप्त कर दिया। चक्का जाम आंदोलन से रेलवे को करीब 15 करोड़ से अधिक के राजस्व का नुकसान लग चुका है। पाकुड़ जिला के अमड़ापाड़ा के पंचुवाड़ा कोल माइंस से दुमका रेलवे साइडिंग तक कोयले की ढुलाई 7 दिनों से बंद थी। शनिवार की देर रात से कोयले की ढुलाई शुरू हो गई है। पहले की तुलना में कोयले की ढुलाई अभी नहीं होगी। सड़क मरम्मति व चौड़ीकरण के बाद ही वाहनों की संख्या बढ़ाई जाएगी। वर्तमान में रात में ही कोयला की ढुलाई करने पर सहमति बनी है। फिलहाल 3 से 4 रैक से ही कोयले की ढुलाई हो पाएगी। पहले 6 से 7 रैक ...