मधेपुरा, अगस्त 11 -- ग्वालपाड़ा, निज प्रतिनिधि। मानदेय में वृद्धि को लेकर सरकार की ओर से कोई सुगबुगाहट नजर नहीं आने से आंगनबाड़ी कर्मियों में अंदरखाने आक्रोश भरने लगा है। लाखों की तादाद में सक्रिय कर्मियों की नाराजगी चुनाव में भारी पड़ सकती है। आंगनबाड़ी सेविका - सहायिका ने अपनी पीड़ा का इजहार करते हुए कहा कि वर्षों से वे इस उम्मीद में काम कर रहे हैं कि एक न एक दिन सरकार को उनकी पीड़ा का एहसास जरूर होगा। उन्हें मुफलिसी के दौर से नहीं गुजरना पड़ेगा। लेकिन वर्षों इंतजार के बाद उनकी सब्र का बांध टूटने लगा है। अगर महंगाई के इस दौर में भी अल्प मानदेय पर गुजारा करना पड़े तो उनमें रोष पनपना लाजिमी ही है। गौरतलब है कि मौजूदा समय में सेविका को महज सात हजार और सहायिका को चार हजार रुपए मासिक मानदेय का भुगतान किया जाता है। जबकि उनके समकक्ष अन्य कर्मियों को त...